धर्म: आख्यान व प्रमाण भजहु राम बिन हेतु सनेही बिना किसी हेतु के भले कर्म करें, भली जिंदगी जियें। आपको अवसर मिला है, यही आपका पारितोषिक है! न कोई शरीर-धारी किसी को कुछ... आनंदJanuary 27, 2020
मूर्ख-पत्रिका के पन्ने अहम मूर्खस्मि: अपनी मूर्खता महान कभी-कभी हम गलतियां और मूर्खताएं करते हुए इतने आगे बढ़ जाते हैं कि वापस आने में कई गुना मेहनत लग सकती है। न केवल... ताऊJanuary 27, 2020
अभी-अभी: घटनाक्रम समानार्थक अथवा सामानर्थक शब्द ऐसे रोबोट भारत और विश्व में शांति हेतु काम किए जा रहे हैं, इनसे प्रोत्साहित न हो वरना किसी दिन अगर शौचालय में आपका... बटुक जीJanuary 27, 2020