Connect with us

Hi, what are you looking for?

केसरिया भारत: राष्ट्रीयता के पक्के रंगकेसरिया भारत: राष्ट्रीयता के पक्के रंग

मूर्ख-पत्रिका के पन्ने

अहम मूर्खस्मि: अपनी मूर्खता महान

कभी-कभी हम गलतियां और मूर्खताएं करते हुए इतने आगे बढ़ जाते हैं कि वापस आने में कई गुना मेहनत लग सकती है। न केवल श्रम व्यर्थ होगा, रास्ता मुश्किल होता जाएगा, एक बात भी साबित होती है कि वो सतत मूर्ख हैं! इससे अच्छा है कि आप अपने तर्क पर बने रहें क्योंकि ये वो समय है जब आपको प्रक्रिया के लिए तो दोषी ठहराया जा सकता है पर प्रवृति या प्राथमिकता के लिए नहीं।

Click to comment

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply

Advertisement

Trending

धर्म: आख्यान व प्रमाण

मूर्ख-पत्रिका के पन्ने

अभी-अभी: घटनाक्रम

You May Also Like

धर्म: आख्यान व प्रमाण

बिना किसी हेतु के भले कर्म करें, भली जिंदगी जियें। आपको अवसर मिला है, यही आपका पारितोषिक है! न कोई शरीर-धारी किसी को कुछ...

अभी-अभी: घटनाक्रम

ऐसे रोबोट भारत और विश्व में शांति हेतु काम किए जा रहे हैं, इनसे प्रोत्साहित न हो वरना किसी दिन अगर शौचालय में आपका...

अभी-अभी: घटनाक्रम

अगर अब जीना नहीं सीख सके तो विनाश के लिए तैयार रहिए। जब विध्वंस के बाद हम गिरेंगे तो फिर हमारी खुदाई भी होगी...

अभी-अभी: घटनाक्रम

यंगिस्तान में अचानक चर्चा शुरू हो गयी कि आधा इस्तान भूखा है, पूरा इस्तान बेरोजगार है, इस्तान की लड़कियां पिंजरे की मैना है, इस्तान...

केवल सोद्देश्य रचनात्मकता / साहित्यिक समीक्षाएं व आलोचनाएँ। प्रस्तुति एवं Copyright © 2022 Mrityunjay Mishra